कन्नौज:-

कस्बा हसेरन के बिधूना मार्ग पर देव कुटी आश्रम मे चल रही श्रीमद्भागवत कथा में सुदामा चरित की कथा का मनमोहक वर्णन किया गया। सरस कथा वाचक आचार्य अखिलेश द्विवेदी ने अपने मुखारविंद से भगवान कृष्ण के बाल सखा सुदामा जी की कथा का वर्णन किया। विश्राम दिवस पर काफी संख्या में लोगों की भीड़ रही। उन्होंने कहा मित्र बनना है और मित्र बनाना है भगवान के मित्र बनो, भगवान को मित्र बनाओ। इस संसार में मानव का कल्याण भगवान के नाम से ही संभव है। श्रीमद् भागवत कथा के विश्राम दिवस पर सुदामा चरित्र की कथा का वर्णन किया, सच्चे मित्र का संदेश दिया। सुदामा चरित्र की कथा सुन भक्त भावविभोर हो गए। कृष्ण से मिलने पहुंचे बाल सखा सुदामा को द्वार पर द्वारपालों ने रोक लिया। उनकी दशा देख उन्हें महल में प्रवेश करने से रोक दिया। उनके बार-बार कहने पर कि मेरे बचपन के मित्र कृष्ण कन्हैया से हमें मिला दो। कृष्ण ने अपने बचपन के मित्र को गले लगा लिया। आचार्य द्वारा मित्रता पर प्रकाश डाला गया। काफी संख्या में भक्तों की भीड़ रही। सुदामा चरित्र की कथा सुन भक्त भावविभोर हो गए। श्रीमद् भागवत कथा में देवेंद्र उर्फ नारद तिवारी , शैलेंद्र तिवारी , गिरीश शुक्ला , सुरेश चंद तिवारी , रमेश तिवारी , प्रदीप पांडे , शशांक उर्फ ध्यानु, प्रदीप उर्फ गुड्डू गुप्ता , रामअवतार स्वर्णकार , विपिन , सुनील गुप्ता सहित कई लोग उपस्थित रहे।

भागवत कथा पांडाल में उपस्थित भक्तजन