कन्नौज
एवरेस्ट कोल्ड स्टोरेज नादेमऊ में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के दौरान इटावा के सुप्रसिद्ध कविहृदय पंडित व मधुर कथावाचक ने सत्य धर्म व भगवान श्री शंकर जी की कथा का रसपान कराया।
श्री श्री 1008 महंत हरभजन दास ब्रह्मचारी पीठाधीश्वर श्री पिलुआ वाले हनुमान जी इटावा ने बताया कि सत्य से बढ़कर कोई धर्म नहीं होता। हालांकि कहा गया है कि अहिंसा परमो धर्म, लेकिन यदि धर्म की रक्षा हिंसा करके भी की जाए तो वह भी धर्म से बढ़कर है। सत्यव्रत का पालन हर संभव करना चाहिए। यदि हमारे झूंठ बोलने से किसी के प्राणों की रक्षा होती है तो वह भी सत्य ही है। सत्य परेशान हो सकता है लेकिन पराजित नहीं। भगवान शंकर की कथा पर विस्तृत प्रकाश डालते हुए कहा कि ये भोले भाले है। थोड़ी सी पूजा अर्चना करने से प्रसन्न हो जाते है। ‘नटवर नागर नंदा भजो रे मन गोविंदा’ भजन पर श्रद्धालु झूम उठे। अंत में परीक्षित श्रीमती चंद्रकांता, उनके सुपुत्र डॉक्टर देवेन्द्र पाल सिंह व उनकी धर्मपत्नी प्रवीना सिंह ने आरती पूजन कर प्रसाद वितरण कराया। प्रमुख रूप से एडवोकेट धर्मेन्द्र पाल सिंह, डॉक्टर विक्रम सिंह एडवोकेट, दिव्यांश सिंह, इंजी. देवांग सिंह, दिविज सिंह सहित भारी संख्या में श्रद्धालु जन मौजूद रहे।
